8. और कसदी फिर वापिस आकर इस नगर से लड़ेंगे; वे इस को ले लेंगे और फूंक देंगे।
9. यहोवा यों कहता है, यह कह कर तुम अपने अपने मन में धोखा न खाओ कि कसदी हमारे पास से निश्चय चले गए हैं; क्योंकि वे नहीं चले गए।
10. क्योंकि यदि तुम ने कसदियों की सारी सेना को जो तुम से लड़ती है, ऐसा मार भी लिया होता कि उन में से केवल घायल लोग रह जाते, तौभी वे अपने अपने तम्बू में से उठ कर इस नगर को फूंक देते।
11. जब कसदियों की सेना फिरौन की सेना के डर के मारे यरूशलेम के पास से कूच कर गई,
12. तब यिर्मयाह यरूशलेम से निकल कर बिन्यामीन के देश की ओर इसलिये जा निकला कि वहां से और लोगों के संग अपना अंश ले।
13. जब वह बिन्यामीन के फाटक में पहुंचा, तब यिरिय्याह नामक पहरुओं का एक सरदार वहां था जो शेलेम्याह का पुत्र और हनन्याह का पोता था, और उसने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता को यह कह कर पकड़ लिया, तू कसदियों के पास भागा जाता है।
14. तब यिर्मयाह ने कहा, यह झूठ है; मैं कसदियों के पास नहीं भागा जाता हूँ। परन्तु यिरिय्याह ने उसकी एक न मुनी, सो वह उसे पकड़कर हाकिमों के पास ले गया।