19. और दक्खिनी सिवाना तामार से ले कर कादेश के मरीबोत नाम सोते तक अर्थात मिस्र के नाले तक, और महासागर तक पहुंचे। दक्खिनी सिवाना यही हो।
20. और पश्चिमी सिवाना दक्खिनी सिवाने से ले कर हमात की घाटी के साम्हने तक का महासागर हो। पच्छिमी सिवाना यही हो।
21. इस प्रकार देश को इस्राएल के गोत्रों के अनुसार आपस में बांट लेना।
22. और इस को आपस में और उन परदेशियों के साथ बांट लेना, जो तुम्हारे बीच रहते हुए बालकों को जन्माएं। वे तुम्हारी दृष्टि में देशी इस्राएलियों की नाईं ठहरें, और तुम्हारे गोत्रों के बीच अपना अपना भाग पाएं।
23. जो परदेशी जिस गोत्र के देश में रहता हो, उसको वहीं भाग देना, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।