पुराना विधान

नया विधान

यहेजकेल 40:4-15 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

4. उस पुरुष ने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, अपनी आंखों से देख, और अपने कानों से सुन; और जो कुछ मैं तुझे दिखाऊंगा उस सब पर ध्यान दे, क्योंकि तू इसलिये यहां पहुंचाया गया है कि मैं तुझे ये बातें दिखाऊं; और जो कुछ तू देखे वह इस्राएल के घराने को बताए।

5. और देखो, भवन के बाहर चारों ओर एक भीत थी, और उस पुरुष के हाथ में मापने का बांस था, जिसकी लम्बाई ऐसे छ: हाथ की थी जो साधारण हाथों से चौवा भर अधिक है; सो उसने भीत की मोटाई मापकर बांस भर की पाई, फिर उसकी ऊंचाई भी मापकर बांस भर की पाई।

6. तब वह उस फाटक के पास आया जिसका मुंह पूर्व की ओर था, और उसकी सीढ़ी पर चढ़कर फाटक की दोनों डेवढिय़ों की चौड़ाई मापकर एक एक बांस भर की पाई।

7. और पहरे वाली कोठरियां बांस भर लम्बी और बांस भर चौड़ी थी; और दो कोठरियों का अन्तर पांच हाथ का था; और फाटक की डेवढ़ी जो फाटक के ओसारे के पास भवन की ओर थी, वह भी बांस भर की थी।

8. तब उसने फाटक का वह ओसारा जो भवन के साम्हने था, मापकर बांस भर का पाया।

9. और उसने फाटक का ओसारा माप कर आठ हाथ का पाया, और उसके खम्भे दो दो हाथ के पाए, और फाटक का ओसारा भवन के साम्हने था।

10. और पूवीं फाटक की दोनों ओर तीन तीन पहरे वाली कोठरियां थीं जो सब एक ही माप की थीं, और दोनों ओर के खम्भे भी एक ही माप के थे।

11. फिर उस न फाटक के द्वार की चौड़ाई माप कर दस हाथ की पाई; और फाटक की लम्बाई माप कर तेरह हाथ की पाई।

12. और दोनों ओर की पहरे वाली कोठरियों के आगे हाथ भर का स्थान था और दोनों ओर कोठरियां छ: छ: हाथ की थीं।

13. फिर उसने फाटक को एक ओर की पहरे वाली कोठरी की छत से ले कर दूसरी ओर की पहरे वाली कोठरी की छत तक माप कर पच्चीस हाथ की दूरी पाई, और द्वार आम्हने-साम्हने थे।

14. फिर उसने साठ हाथ के खम्भे मापे, और आंगन, फाटक के आस पास, खम्भों तक था।

15. ओर फाटक के बाहरी द्वार के आगे से ले कर उसके भीतरी ओसारे के आगे तक पचास हाथ का अन्तर था।

पूरा अध्याय पढ़ें यहेजकेल 40