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यशायाह 2:2-9 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

2. अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाडिय़ों से अधिक ऊंचा किया जाएगा; और हर जाति के लागे धारा की नाईं उसकी ओर चलेंगें।

3. और बहुत देशों के लोग आएंगे, और आपस में कहेंगे: आओ, हम यहोवा के पर्वत पर चढ़कर, याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएं; तब वह हम को अपने मार्ग सिखाएगा, और हम उसके पथों पर चलेंगे। क्योंकि यहोवा की व्यवस्था सिय्योन से, और उसका वचन यरूशलेम से निकलेगा।

4. वह जाति जाति का न्याय करेगा, और देश देश के लोगों के झगड़ों को मिटाएगा; और वे अपनी तलवारें पीट कर हल के फाल और अपने भालों को हंसिया बनाएंगे; तब एक जाति दूसरी जाति के विरुद्ध फिर तलवार न चलाएगी, न लोग भविष्य में युद्ध की विद्या सीखेंगे॥

5. हे याकूब के घराने, आ, हम यहोवा के प्रकाश में चलें॥

6. तू ने अपनी प्रजा याकूब के घराने को त्याग दिया है, क्योंकि वे पूविर्यों के व्यवहार पर तन मन से चलते और पलिश्तियों की नाईं टोना करते हैं, और परदेशियों के साथ हाथ मिलाते हैं।

7. उनका देश चान्दी और सोने से भरपूर है, और उनके रखे हुए धन की सीमा नहीं; उनका देश घोड़ों से भरपूर है, और उनके रथ अनगिनित हैं।

8. उनका देश मूरतों से भरा है; वे अपने हाथों की बनाईं हुई वस्तुओं को जिन्हें उन्हों ने अपनी उंगलियों से संवारा है, दण्डवत करते हैं।

9. इस से मनुष्य झुकते, और बड़े मनुष्य प्रणाम करते हैं, इस कारण उन को क्षमा न कर!

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