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भजन संहिता 88:15-18 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

15. मैं बचपन ही से दु:खी वरन अधमुआ हूं, तुझ से भय खाते मैं अति व्याकुल हो गया हूं।

16. तेरा क्रोध मुझ पर पड़ा है; उस भय से मैं मिट गया हूं।

17. वह दिन भर जल की नाईं मुझे घेरे रहता है; वह मेरे चारों ओर दिखाई देता है।

18. तू ने मित्र और भाईबन्धु दोनों को मुझ से दूर किया है; और मेरे जान-पहिचान वालों को अन्धकार में डाल दिया है॥

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