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भजन संहिता 37:26-32 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

26. वह तो दिन भर अनुग्रह कर करके ऋण देता है, और उसके वंश पर आशीष फलती रहती है॥

27. बुराई को छोड़ भलाई कर; और तू सर्वदा बना रहेगा।

28. क्योंकि यहोवा न्याय से प्रीति रखता; और अपने भक्तों को न तजेगा। उनकी तो रक्षा सदा होती है, परन्तु दुष्टों का वंश काट डाला जाएगा।

29. धर्मी लोग पृथ्वी के अधिकारी होंगे, और उस में सदा बसे रहेंगे॥

30. धर्मी अपने मुंह से बुद्धि की बातें करता, और न्याय का वचन कहता है।

31. उसके परमेश्वर की व्यवस्था उसके हृदय में बनी रहती है, उसके पैर नहीं फिसलते॥

32. दुष्ट धर्मी की ताक में रहता है। और उसके मार डालने का यत्न करता है।

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