पुराना विधान

नया विधान

भजन संहिता 115:1-5 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

1. हे यहोवा, हमारी नहीं, हमारी नहीं, वरन अपने ही नाम की महिमा, अपनी करूणा और सच्चाई के निमित्त कर।

2. जाति जाति के लोग क्यों कहने पांए, कि उनका परमेश्वर कहां रहा?

3. हमारा परमेश्वर तो स्वर्ग में हैं; उसने जो चाहा वही किया है।

4. उन लोगों की मूरतें सोने चान्दी ही की तो हैं, वे मनुष्यों के हाथ की बनाईं हुई हैं।

5. उनका मुंह तो रहता है परन्तु वे बोल नहीं सकती; उनके आंखें तो रहती हैं परन्तु वे देख नहीं सकतीं।

पूरा अध्याय पढ़ें भजन संहिता 115