25. च्यूटियां निर्बल जाति तो हैं, परन्तु धूप काल में अपनी भोजन वस्तु बटोरती हैं;
26. शापान बली जाति नहीं, तौभी उनकी मान्दें पहाड़ों पर होती हैं;
27. टिड्डियों के राजा तो नहीं होता, तौभी वे सब की सब दल बान्ध बान्ध कर पलायन करती हैं;
28. और छिपकली हाथ से पकड़ी तो जाती है, तौभी राजभवनों में रहती है॥
29. तीन सुन्दर चलने वाले प्राणी हैं; वरन चार हैं, जिन की चाल सुन्दर है:
30. सिंह जो सब पशुओं में पराक्रमी हैं, और किसी के डर से नहीं हटता;
31. शिकारी कुत्ता और बकरा, और अपनी सेना समेत राजा।