3. इस्साकार, जबूलून, बिन्यामीन,
4. दान, नप्ताली, गाद और आशेर।
5. और यूसुफ तो मिस्र में पहिले ही आ चुका था। याकूब के निज वंश में जो उत्पन्न हुए वे सब सत्तर प्राणी थे।
6. और यूसुफ, और उसके सब भाई, और उस पीढ़ी के सब लोग मर मिटे।
7. और इस्राएल की सन्तान फूलने फलने लगी; और वे अत्यन्त सामर्थी बनते चले गए; और इतना बढ़ गए कि कुल देश उन से भर गया॥
8. मिस्र में एक नया राजा गद्दी पर बैठा जो यूसुफ को नहीं जानता था।