1. फिर एलीहू इस प्रकार और भी कहता गया,
2. कि क्या तू इसे अपना हक़ समझता है? क्या तू दावा करता है कि तेरा धर्म ईश्वर के धर्म से अधिक है?
3. जो तू कहता है कि मुझे इस से क्या लाभ? और मुझे पापी होने में और न होने में कौन सा अधिक अन्तर है?
4. मैं तुझे और तेरे साथियों को भी एक संग उत्तर देता हूँ।