पुराना विधान

नया विधान

2 शमूएल 17:16-29 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

16. इसलिये अब फुतीं कर दाऊद के पास कहला भेजो, कि आज रात जंगली घाट के पास न ठहरना, अवश्य पार ही हो जाना; ऐसा न हो कि राजा और जितने लोग उसके संग हों, सब नाश हो जाएं।

17. योनातन और अहीमास एनरोगेल के पास ठहरे रहे; और एक लौंडी जा कर उन्हें सन्देशा दे आती थी, और वे जा कर राजा दाऊद को सन्देशा देते थे; क्योंकि वे किसी के देखते नगर में नहीं जा सकते थे।

18. एक छोकरे ने तो उन्हें देख कर अबशालोम को बताया; परन्तु वे दोनों फुतीं से चले गए, और एक बहरीमवासी मनुष्य के घर पहुंच कर जिसके आंगन में कुंआ था उस में उतर गए।

19. तब उसकी स्त्री ने कपड़ा ले कर कुंए के मुंह पर बिछाया, और उसके ऊपर दला हुआ अन्न फैला दिया; इसलिये कुछ मालूम न पड़ा।

20. तब अबशालोम के सेवक उस घर में उस स्त्री के पास जा कर कहने लगे, अहीमास और योनातन कहां हैं? स्त्री ने उन से कहा, वे तो उस छोटी नदी के पार गए। तब उन्होंने उन्हें ढूंढा, और न पाकर यरूशलेम को लौटे।

21. जब वे चले गए, तब थे कुंए में से निकले, और जा कर दाऊद राजा को समाचार दिया; और दाऊद से कहा, तुम लोग चलो, फुतीं करके नदी के पार हो जाओ; क्योंकि अहीतोपेल ने तुम्हारी हानि की ऐसी ऐसी सम्मति दी है।

22. तब दाऊद अपने सब संगियों समेत उठ कर यरदन पार हो गया; और पह फटने तक उन में से एक भी न रह गया जो यरदन के पार न हो गया हो।

23. जब अहीतोपेल ने देखा कि मेरी सम्मति के अनुसार काम नहीं हुआ, तब उसने अपने गदहे पर काठी कसी, और अपने नगर में जा कर अपने घर में गया। और अपने घराने के विषय जो जो आज्ञा देनी थी वह देकर अपने को फांसी लगा ली; और वह मर गया, और उसके पिता के कब्रिस्तान में उसे मिट्टी दे दी गई।

24. दाऊद तो महनैम में पहुंचा। और अबशालोम सब इस्राएली पुरुषों समेत यरदन के पार गया।

25. और अबशालोम ने अमासा को योआब के स्थान पर प्रधान सेनापति ठहराया। यह अमासा एक पुरुष का पुत्र था जिसका नाम इस्राएली यित्रो था, और वह योआब की माता, सरूयाह की बहिन, अबीगल नाम नाहाश की बेटी के संग सोया था।

26. और इस्राएलियों ने और अबशालोम ने गिलाद देश में छावनी डाली।

27. जब दाऊद महनैम में आया, तब अम्मोनियों के रब्बा के निवासी नाहाश का पुत्र शोबी, और लोदबरवासी अम्मीएल का पुत्र माकीर, और रोगलीमवासी गिलादी बजिर्ल्लै,

28. चारपाइयां, तसले मिट्टी के बर्तन, गेहूं, जव, मैदा, लोबिया, मसूर, चबेना,

29. मधु, मक्खन, भेड़-बकरियां, और गाय के दही का पक्कीर, दाऊद और उसके संगियों के खाने को यह सोचकर ले आए, कि जंगल में वे लोग भूखे प्यासे और थके मांदे होंगे।

पूरा अध्याय पढ़ें 2 शमूएल 17