31. फिर जिन को दाऊद ने सन्दूक के ठिकाना पाने के बाद यहोवा के भवन में गाने के अधिकारी ठहरा दिया वे ये हैं।
32. जब तक सुलैमान यरूशलेम में यहोवा के भवन को बनवा न चुका, तब तक वे मिलापवाले तम्बू के निवास के साम्हने गाने के द्वारा सेवा करते थे; और इस सेवा में नियम के अनुसार उपस्थित हुआ करते थे।
33. जो अपने अपने पुत्रों समेत उपस्थित हुआ करते थे वे ये हैं, अर्थात कहातियों में से हेमान गवैया जो योएल का पुत्र था, और योएल शमुएल का।
34. शमूएल एल्काना का, एल्काना यरोहाम का, यरोहाम एलीएल का, एलीएल तोह का।
35. तोह सूप का, सूप एल्काना का, एल्काना महत का, महत अमासै का।
36. अमासै एल्काना का, एल्काना योएल का, योएल अजर्याह का, अजर्याह सपन्याह का।
37. सपन्याह तहत का, तहत अस्सीर का, अस्सीर एब्यासाप का, एबयासाप कोरह का।
38. कोरह यिसहार का, यिसहार कहात का, कहात लेवी का और लेवी इस्राएल का पुत्र था।
39. और उसका भाई असाप जो उसके दाहिने खड़ा हुआ करता था वह बेरेक्याह का पुत्र था, और बेरेक्याह शिमा का।
40. शिमा मीकाएल का, मीकाएल बासेयाह का, बासेयाह मल्मिय्याह का।
41. मल्किय्याह एत्नी का, एत्नी जेरह का, जेरह अदायाह का।
42. अदायाह एतान का, एतान जिम्मा का, जिम्मा शिमी का।