20. उस ने फिर कहा; मैं परमेश्वर के राज्य कि उपमा किस से दूं?
21. वह खमीर के समान है, जिस को किसी स्त्री ने लेकर तीन पसेरी आटे में मिलाया, और होते होते सब आटा खमीर हो गया॥
22. वह नगर नगर, और गांव गांव होकर उपदेश करता हुआ यरूशलेम की ओर जा रहा था।
23. और किसी ने उस से पूछा; हे प्रभु, क्या उद्धार पाने वाले थोड़े हैं?