48. क्या सरदारों या फरीसियों में से किसी ने भी उस पर विश्वास किया है?
49. परन्तु ये लोग जो व्यवस्था नहीं जानते, स्त्रापित हैं।
50. नीकुदेमुस ने, (जो पहिले उसके पास आया था और उन में से एक था), उन से कहा।
51. क्या हमारी व्यवस्था किसी व्यक्ति को जब तक पहिले उस की सुनकर जान न ले, कि वह क्या करता है; दोषी ठहराती है?