5. दूसरे दिन ऐसा हुआ कि उन के सरदार और पुरिनये और शास्त्री।
6. और महायाजक हन्ना और कैफा और यूहन्ना और सिकन्दर और जितने महायाजक के घराने के थे, सब यरूशलेम में इकट्ठे हुए।
7. और उन्हें बीच में खड़ा करके पूछने लगे, कि तुम ने यह काम किस सामर्थ से और किस नाम से किया है?
8. तब पतरस ने पवित्र आत्मा से परिपूर्ण होकर उन से कहा।