6. तुरहियां और नरसिंगे फूंक फूंककर यहोवा राजा का जयजयकार करो॥
7. समुद्र और उस में की सब वस्तुएं गरज उठें; जगत और उसके निवासी महाशब्द करें!
8. नदियां तालियां बजाएं; पहाड़ मिलकर जयजयकार करें।
9. यह यहोवा के साम्हने हो, क्योंकि वह पृथ्वी का न्याय करने को आने वाला है। वह धर्म से जगत का, और सीधाई से देश देश के लोगों का न्याय करेगा॥