11. उस देश से वह निकल कर अश्शूर को गया, और नीनवे, रहोबोतीर, और कालह को,
12. और नीनवे और कालह के बीच रेसेन है, उसे भी बसाया, बड़ा नगर यही है।
13. और मिस्र के वंश में लूदी, अनामी, लहाबी, नप्तूही,
14. और पत्रुसी, कसलूही, और कप्तोरी लोग हुए, कसलूहियों में से तो पलिश्ती लोग निकले॥
15. फिर कनान के वंश में उसका ज्येष्ठ सीदोन, तब हित्त,
16. और यबूसी, एमोरी, गिर्गाशी,
17. हिव्वी, अर्की, सीनी,
18. अर्वदी, समारी, और हमाती लोग भी हुए: फिर कनानियों के कुल भी फैल गए।