49. परन्तु हारून और उसके पुत्र होमबलि की वेदी, और धूप की वेदी दोनों पर बलिदान चढ़ाते, और परम पवित्रस्थान का सब काम करते, और इस्राएलियों के लिये प्रायश्चित करते थे, जैसे कि परमेश्वर के दास मूसा ने आज्ञाएं दी थीं।
50. और हारून के वंश में ये हुए, अर्थात उसका पुत्र एलीआजर हुआ, और एलीआजर का पीनहास, पीनहास का अबीशू।
51. अबीशू का बुक्की, बुक्की का उज्जी, उज्जी का जरह्याह।
52. जरह्याह का मरायोत, मरायोत का अमर्याह, अमर्याह का अहीतूब।
53. अहीतूब का सादोक और सादोक का अहीमास पुत्र हुआ।
54. और उनके भागों में उनकी छावनियों के अनुसार उनकी बस्तियां ये हैं, अर्थात कहात के कुलों में से पहिली चिट्ठी जो हारून की सन्तान के नाम पर निकली।
55. अर्थात चारों ओर की चराइयों समेत यहूदा देश का हेब्रोन उन्हें मिला।